धरने का पांचवा दिन मगर शासन प्रशासन की समझाइए का कुछ नहीं हो रहा है असर अपनी पूरी मांगों को पूरा करवाने के बाद ही धरना से उठने की बात कही
क्षेत्र के मूलभूत सुविधाओं को लेकर के मांग पुरा होते तक आनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन स्थल तुमड़ीबहार मे किसान संघर्ष समिति स्कूल के छात्र-छात्राओं के द्वारा दिनाँक 11/09/2024 दिन बुधवार से निरंतर अपनी मांगों को लेकर धरना स्थल पर बैठे हैं आज निरंतर पांचवा दिन लड़ेंगे जीतेंगे का नारा के साथ आज धरना स्थल में सिहावा विधानसभा के विधायक अंबिका मरकाम पहुंचे धरना स्थल पर पहुंच कर सबसे पहले लेट आने पर क्षमा मांगते हुए कहा कि मुझे पहले ही आ जाना चाहिए था मगर और भी कम होने के चलते मैं आज आप लोगों के मंगो का समर्थन करने के लिए आप लोगों के बीच में आई हूं मेरे से जितने भी काम हो सकेगा उसे कामों को पूरा कराया जाएगा शासन प्रशासन तक सभी मांगों को पहले भी रख चुकी हूं और अभी भी शासन प्रशासन तक बातों को पहुंचाऊंगी और हमेशा आप लोगों के साथ रहूंगी आप जब बुलाएंगे मैं आ जाऊंगी वही विधायक ने छात्रों को स्कूल जाने के लिए निवेदन किया और कहां की शिक्षा को की व्यवस्था कर दी जाएगी मगर विधायक के कहने पर छात्र छात्राओं ने नहीं माने बात, अभी जहाँ से स्कूल आते है वह रोड ठीक नहीं है,ज़ब तक रोड, बनेंगे नहीं तब तक डटे रहेंगे
इसके पहले जिला शिक्षा अधिकारी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी की भी बातों को सुनकर कर बच्चों ने कहा कि जब 11वीं 12वीं यहां स्कूल नहीं होगा तो दसवीं भी तक पढ़कर क्या करेंगे क्योंकि 11वीं 12वीं पढ़ने के लिए हमें पैदा लिया साइकिल से 18 से 20 किलोमीटर स्कूल जाना पड़ेगा और रास्ते इतने खराब है कि जब अधिकारी अपने चार चक्का में आते हैं तो थक जाते हैं तो हम तो बच्चे हैं और एक तरफ जंगली जानवरों का आतंक पहले से मचा हुआ है इस क्षेत्र में हमें हाई स्कूल चाहिए और शिक्षक चाहिए नहीं तो हम धरने से नहीं उठाएंगे
कुछ जनप्रतिनिधि तो सत्ता में बैठे विधायक और सांसद के ऊपर भी आरोप लगाया अगर वह लोग हमारे इस क्षेत्र की ओर ध्यान देते तो शायद हमारे इस क्षेत्र का विकास जरूर होता मगर वह तो सिर्फ चुनाव के समय वोट मांगने के लिए आते हैं और हमें आश्वासन देकर चले जाते हैं चुनाव खत्म होने के बाद कुर्सी मिलते ही हमारे को दिए गए वादों को भूल जाते हैं और हमारे क्षेत्र तक वापस आते ही नहीं अगर वह हमारे क्षेत्र को अपना क्षेत्र समझते तो जरूर इस क्षेत्र का विकास की बात करते क्या जनप्रतिनिधियों की बात अधिकारी कर्मचारी नहीं मानते नहीं मानते तो ऐसे जनप्रतिनिधियों का क्या काम